डेढ वर्ष में बर्दिवास-वीरगञ्ज रेल चलावे के रेल विभाग के तैयारी

वीरगंज, ५ कुवार ।
महोत्तरी के बर्दिवास से पर्सा के वीरगञ्ज तक १३६ किलोमिटर रेलमार्ग मध्ये ७० किलोमीटर से बहुती ब्लास्ट आ ट्र्याक में पटरी बिछावें बाहेक दोसर काम पुरा हो चूकल बा ।
बर्दिवास से वीरगञ्ज तक के १३६ किलोमिटर रेलमार्ग के जङ्गली क्षेत्र में गाछ काट के माटी भरे के काम तीव्र गति में पूरा भईल बा ।
पुल कल्भर्ट निर्माण के काम पुरा हो चूकल बा । पुरुब मेची से महाकाली अन्तर्गत जयनगर-बर्दिवास आ बर्दिवास-वीरगञ्ज रेल सञ्चालन में अईला के बाद जनकपुर सहित प्रदेश २ के सांस्कृतिक आ पर्यटकीय सहित आर्थिक क्षेत्र में बाड़का क्रान्ति लियावे के नेपाल सरकार के योजना बा ।
दुई सय किमी प्रतिघण्टा चलेवाला योजना सहित विद्युतीय रेल बर्दिवास-वीरगञ्ज रेल सञ्चालन में अईला के बाद बर्दिवास से वीरगञ्ज मुस्किल से पौने एक घण्टा के भीतर पहुचा सके के रेल विभाग जानकारी करवले बा ।
भारतीय पक्ष रक्सौल से पाँच किलोमिटर तक निर्माण कार्य सम्पन्न कर चूकल बा । बर्दिवास-सिमरा १०८ किमि के बर्दिवास से लालबन्दी तक २५ किमि खण्ड के पूर्वाधार निर्माण कार्य पूर्णरूप में सम्पन्न कर देहले बा ।
नेपाली भूमि में निर्माण होखेवाला पहिलका रेलमार्ग बर्दिवास सिमरा होइ विभागले जानकारी करवले बा । बर्दिवास से निजगढ तक ७० किमि रेलमार्ग बनावे में १० गो बाड़का बाड़का पुल बनावे के काम भी जारी बा ।
अवस्था समान्य होइ त सारा निर्माण कार्य पूरा कर के करिब डेढ वर्ष भितरे बर्दिवास–वीरगञ्ज मार्ग में रेल सञ्चालन में आसकता विभाग के महानिर्देशक बलराम मिश्र कहले।
कोरोना महामारी के कारण बर्दिवास–वीरगञ्ज खण्ड में निर्माण कार्य प्रभावित भईल बा कहत अवस्था सामान्य होइ त जल्दिए निर्माण कार्य तीव्र रूप से कईल जाइ महानिर्देशक मिश्र बतवले ।
विसं २०६७ साउन महिना में भारतीय कम्पनी राइट्स कन्सल्टयान्ट प्रतिकिलोमीटर रु ३५ से ४५ करोड लागत लाग सकता सहित के सम्भाव्यता अध्ययन कईल आधार में पाँच वर्ष भीतर पूरा होखे के हिसाब से राष्ट्रिय गौरव आयोजना के सूची में राख के रु ६९ अर्ब ५२ करोड के लागत में ९४५ किमि के पूर्व पश्चिम रेलमार्ग के कार्य आगा बढ़ावल गईल बा । नागरिक टाइम्स

